पत्थरबाजों को बचानेवालों अब बोलो, लश्कर चीफ को क्यों बचाया?
एनकाउंटर में लगे जवानों का ध्यान भटकाने के लिए पुलिस और आर्मी पर पत्थरबाजों ने पत्थर चलाए और इसी पत्थरबाजी का फायदा उठाकर अबु दुजाना को भगा दिया गया।
एनकाउंटर में लगे जवानों का ध्यान भटकाने के लिए पुलिस और आर्मी पर पत्थरबाजों ने पत्थर चलाए और इसी पत्थरबाजी का फायदा उठाकर अबु दुजाना को भगा दिया गया।
कश्मीर में लश्कर ए तैयबा के चीफ अबु दुजाना को पकड़ने के लिए आर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया था। 14 घंटे तक आर्मी और पुलिस के जवान जान पर खेलकर लश्कर चीफ को पकड़ने की कोशिश करते रहे। अबु दुजाना पुलवामा के हाकरीपोरा इलाके में छिपा था। आर्मी के पास पक्की खबर थी, लश्कर का चीफ पकड़ा भी जाता लेकिन इस मोस्ट वांटेड आतंकवादी को बचाने के लिए अचानक पत्थरबाजों का झुंड सामने आया। एनकाउंटर में लगे जवानों का ध्यान भटकाने के लिए पुलिस और आर्मी पर पत्थरबाजों ने पत्थर चलाए और इसी पत्थरबाजी का फायदा उठाकर अबु दुजाना को भगा दिया गया।
ऐसा चौथी बार हुआ है जब लश्कर के कश्मीर चीफ को पकड़ने के लिए सेना ने जाल बिछाया था, इस जाल में मछली फंस भी गई थी, लेकिन पत्थरबाजों ने जाल काट कर अबु दुजाना को भगा दिया। इस बार भी दुजाना को पकड़ने के लिए मंगलवार शाम से ऑपरेशन शुरू हुआ और बुधवार सुबह इसे बंद करना पड़ा क्योंकि दुजाना फरार हो गया था। आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने साफ चेतावनी दी थी अगर पत्थरबाज आतंकवादियों की मदद करेंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। लगता है अब आर्मी चीफ की बातों पर अमल करने का वक्त आ गया है।